इंसानों को मिल गया अंतरिक्ष का पेट्रोल! अब मंगल पर बसेगा डेरा...
अंतरिक्ष में लंबे वक्त तक रहने और स्पेसक्राफ्ट को चलाने के लिए फ्यूल की जरूरत होती है.
फिलहाल स्पेस मिशन के लिए फ्यूल को धरती से ही भेजा जाता है.
अब वैज्ञानिकों ने ऊर्जा के एक ऐसे सोर्स को तैयार किया है, जो एस्ट्रोनोट्स को लंबे समय तक चंद्रमा पर रहने में मदद करेगा.
वेल्स की बांगोर यूनिवर्सिटी ने न्यूक्लियर फ्यूल सेल्स तैयार किए हैं, जो चंद्रमा जैसी जगहों पर ऊर्जा पैदा करने के लिए इस्तेमाल किए जा सकते हैं.
NASA 'आर्टिमिस प्रोग्राम' के जरिए चंद्रमा पर 2030 तक बेस बनाना चाहती है
इसके अलावा मंगल ग्रह पर भी इंसानों को बसाने की तैयारी चल रही है.
न्यूक्लियर फ्यूल सेल्स के तैयार होने के बाद इसका इस्तेमाल स्पेस के पेट्रोल के तौर पर किया जा सकता है. इससे इंसानों को स्पेस में बसने में भी बड़ी मदद मिलेगी.
चांद को अंतरिक्ष में इंसानों का बेस बनाया जा सकता है. लेकिन माइनस में तापमान होने की वजह से यहां बेस को गर्म रखना चुनौतीपूर्ण है
ऐसे में माइक्रो जनरेटर के जरिए ऊर्जा पैदा की जाएगी, जो न सिर्फ बेस को गर्म रखेगा, बल्कि उसकी ऊर्जा के स्रोत के तौर पर भी काम करेगा
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